BPSC : बिहार लोक सेवा आयोग निकालेगा हेड मास्टर के 2857 पदों पर सीधी भर्ती
BPSC : बिहार लोक सेवा आयोग निकालेगा हेड मास्टर के 2857 पदों पर सीधी भर्ती

बिहार को प्रधानाध्यापक के 2857 पद मिले हैं। राजकीय, राजकीयकृत, प्रोजेक्ट हाईस्कूल और प्लस टू के लिए इन पदों की स्वीकृति मिली है। बीपीएससी इन पदों पर नियुक्ति को लेकर परीक्षा लेगी। सीधी नियुक्ति से प्रधानाध्यापक के यह पद भरे जाएंगे। जरूरत के अनुसार प्रमंडलों को पद आवंटन किया जाएगा। इनके वेतन पर सवा दो अरब सालाना खर्च होंगे। विभाग ने निर्देश दिया है कि राज्य के माध्यमिक विद्यालय विहीन पंचायतों में स्थापित उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक के पद पर नियुक्ति और उनकी सेवाशर्त को लेकर नियमावली 21 बनी। इन नियमावली से पूर्व की नियमावली द्वारा नियुक्त राजकीयकृत माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में राज्य संवर्ग के 434 प्रधानाध्यापक और 930 सहायक शिक्षक वर्तमान में कार्यरत हैं।
930 में 48 शिक्षकों ने भविष्य में प्रोन्नति नहीं लेने को लेकर शपथ पत्र दिया है, जबकि 884 शिक्षकों द्वारा भविष्य में प्रोन्नति का दावा किया जा सकता है। इस प्रकार 2786 में 1468 विद्यालयों में अभी प्रधानाध्यापक के पद रिक्त हैं। साथ ही, जिले समेत राज्य के 71 राजकीय विद्यालयों में भी प्राचार्य के पद रिक्त हैं। ऐसे में 1468 विद्यालयों में पूर्व से सृजित पद को प्रत्यार्पित करते हुए 21 नियमावली के तहत 1539 पदों को सृजित करने की जरूरत है। इन पदों की स्वीकृति के साथ ही राज्य संवर्ग के 434 प्रधानाध्यापक और 884 सहायक शिक्षक जो वर्तमान में कार्यरत हैं और प्रोन्नति के बाद सेवानिवृत होते हैं, उनके पदों को भी मरणशील घोषित करते हुए उनकी सेवानिवृति के बाद 1318 पदों को क्रमिक रूप से सृजित करने की अनुमति दी गई है।
प्रधानाध्यापकों का संवर्ग होगा प्रमंडलस्तरीय
विभाग ने निर्देश दिया है कि इन हेडमास्टर का संवर्ग प्रमंडलस्तरीय होगा। लिखित परीक्षा के माध्यम से चयन कर अनुशंसा शिक्षा विभाग को की जाएगी। शिक्षा विभाग द्वारा इस अनुशंसा को संबंधित प्रमंडल के आरडीडीई को भेजा जाएगा।
जिले में 110 स्कूलों में आधे से अधिक पद खाली
जिले में राजकीय, राजकीयकृत, प्रोजेक्ट स्कूलों की संख्या 110 है। इसमें आधे से अधिक पद खाली हैं। यही नहीं, जिले में महज आठ हेडमास्टर ने ही प्रमोशन लिया।
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