Chittorgarh Shikshak News वायरल वीडियो के बाद चित्तौड़गढ़ के ‘गुरु घंटाल’ से जुड़े 3 बड़े अपडेट यहां पढ़ें
Chittorgarh Shikshak News वायरल वीडियो के बाद चित्तौड़गढ़ के ‘गुरु घंटाल’ से जुड़े 3 बड़े अपडेट यहां पढ़ें
राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में शिक्षा के मंदिर को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय सालेरा के संस्था प्रधान और एक शिक्षिका का अशोभनीय वीडियो वायरल होने के बाद मामला तूल पकड़ गया। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने इस गंभीर प्रकरण का संज्ञान लेते हुए शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों को तत्काल जांच के निर्देश दिए हैं।

खबरें में आगे जानें सोमवार को इस मामले में स्कूल प्रिंसिपल ‘गुरु घंटाल’ आए तीन बड़े अपडेट्स…मंत्री के निर्देश पर संयुक्त निदेशक स्कूल शिक्षा उदयपुर, रंजन कोठारी, जांच टीम के साथ विद्यालय पहुंचीं। विद्यालय में उनके पहुंचने की खबर पर बड़ी संख्या में ग्रामीण मुख्य द्वार पर एकत्रित हो गए और निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए प्रदर्शन किया।
स्कूल के वायरल वीडियो में सीक्वल की मांग, पुलिस ने किया मोर्चा
अजोलिया पंचायत ग्राम के सरपंच जगदीश जाट ने चारो के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि संस्था के प्रधान अरविंद व्यास और शिक्षकों की नौकरी छुट्टी कर दी जाए, पूरे स्टाफ का तबादला हो जाए, और दोनों निलंबित संस्था के मुख्यालय जिलों से बाहर कर दिए जाएं। सूचना पुलिस उपाधीक्षक प्रभु लाल कुमावत एवं पीठासीन अधिकारी दुर्गा प्रसाद दाधीच माचिस पर क्षेत्र एवं स्थिति को लेकर।
संयुक्त निदेशक रंजना त्रिपाल ने कहा कि स्कूल कार्यालय में संस्था प्रधान अरविंद व्यास और टीचर्स के थाने में अशोभनीय कृत्य के आरोप में धारा 296 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में सीक्वेल एक्शन की जाएगी और पाया गया कि दोनों पादरी के रिटायरमेंट भी खत्म हो सकते हैं।
जांच के लिए कोचिंग टीम में संयुक्त निदेशक स्कूल शिक्षा मुकेश रंजना त्रिपिटक, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी रामकृष्ण शर्मा, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) कल्पना शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) राजेंद्र, और ब्लॉक शिक्षा अधिकारी महेश चंद्र व्यास शामिल हैं। इस घटना ने शिक्षा जगत को शर्मसार कर दिया है और शिष्यों में शामिल हो गया है। मामले की विवेचना और सबूत पर सख्त कार्रवाई की मांग जोर पकड़ रही है।
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