पिछले 12 महीनों में भारत में बिकीं 19.7 लाख इलेक्ट्रिक गाड़ियां, 17 फीसदी बढ़ी EV की सेल
पिछले 12 महीनों में भारत में बिकीं 19.7 लाख इलेक्ट्रिक गाड़ियां, 17 फीसदी बढ़ी EV की सेल

Electric Vehicles Sale In India In FY2025: भारत में इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बिक्री समय के साथ रफ्तार पकड़ रही है और बीते वित्त वर्ष के अप्रैल 2024 से मार्च 2025 के दौरान 12 महीनों में 19.7 लाख से ज्यादा इलेक्ट्रिक गाड़ियां बिकीं। इलेक्ट्रिक स्कूटर्स की सबसे ज्यादा बिक्री हुई और इलेक्ट्रिक कारों की भी अच्छी डिमांड रही।
Electric Vehicles Sale In India In FY2025
Electric Vehicles Sale In India In FY2025: भारत में ईवी मार्केट बढ़ रहा है और लोगों की रुचि इलेक्ट्रिक गाड़ियों में बढ़ रही है। वाहन निर्माताओं के संगठन सियाम (SIAM) के अनुसार, पिछले वित्त वर्ष में भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) का पंजीकरण 17 फीसदी बढ़कर 19.7 लाख यूनिट हो गया। यह बढ़ोतरी सरकारी नीतियों और नए मॉडलों के आने के कारण हुई। इलेक्ट्रिक कारों और दोपहिया वाहनों के रजिस्ट्रेशन में भी अच्छी वृद्धि देखी गई। सरकार की ईएमपीएस (EMPS), पीएम ई-ड्राइव (PM E-Drive) और पीएम-ईबस (PM-EBus) सेवा जैसी योजनाओं ने ईवी को अपनाने में मदद की।
करीब एक लाख यूनिट ज्यादा बिक्री
सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) ने बताया कि वित्त वर्ष 2024-25 में कुल 19.7 लाख इलेक्ट्रिक वाहनों का पंजीकरण हुआ, जबकि 2023-24 में यह आंकड़ा 16.8 लाख था। इस तरह ईवी के पंजीकरण में 17% की बढ़ोतरी हुई। बयान में कहा गया कि पिछले वित्त वर्ष में इलेक्ट्रिक यात्री वाहनों का पंजीकरण 1 लाख यूनिट से ज्यादा हो गया। इसका मतलब है कि लोग अब इलेक्ट्रिक यात्री वाहनों को ज्यादा पसंद कर रहे हैं।
Electric Vehicles Sale In India
इलेक्ट्रिक स्कूटर की बंपर डिमांड
इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की बात करें तो इनका पंजीकरण भी तेजी से बढ़ा है। पिछले वित्त वर्ष में 11.5 लाख इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन पंजीकृत हुए, जो कि पिछले साल के मुकाबले 21 फीसदी ज्यादा है। यानी इलेक्ट्रिक स्कूटर और बाइक की मांग भी बढ़ रही है। सिर्फ दोपहिया और यात्री वाहन ही नहीं, बल्कि इलेक्ट्रिक तिपहिया वाहनों का पंजीकरण भी बढ़ा है। 2024-25 में लगभग 7 लाख इलेक्ट्रिक तिपहिया वाहन पंजीकृत हुए। यह 10.5 फीसदी की बढ़ोतरी दिखाता है।
ईवी की तरफ लोगों का क्रेज बढ़ रहा है
सियाम की मानें तो सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। एक अप्रैल 2024 से 30 सितंबर 2024 तक इलेक्ट्रिक परिवहन संवर्द्धन योजना (ईएमपीएस) समेत सरकार के हालिया नीतिगत हस्तक्षेप और इसके बाद पीएम ई-ड्राइव और पीएम-ईबस सेवा जैसी योजनाओं की वजह से कई विनिर्माताओं द्वारा ईवी की पेशकश के साथ देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की स्वीकार्यता बढ़ाने में मदद मिली है। इन योजनाओं के कारण और कई कंपनियों के नए ईवी मॉडल लाने से देश में इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने में मदद मिली है।
सरकारी योजनाओं का लाभ
सियाम का कहना है कि सरकारी योजनाओं से लोगों को इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने में आसानी हुई है। साथ ही कंपनियों को भी इलेक्ट्रिक वाहन बनाने के लिए प्रोत्साहन मिला है। इससे देश में इलेक्ट्रिक वाहनों का बाजार तेजी से बढ़ रहा है। इलेक्ट्रिक वाहनों का भविष्य उज्ज्वल दिख रहा है। सरकार और वीइकल मैन्यूफैक्चरर्स दोनों ही इसे बढ़ावा देने के लिए काम कर रहे हैं।
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