Paper Leak: झारखंड में कैसे लीक हुआ 10वीं का पेपर? जांच में खुलासा, अब मास्टरमाइंड के पीछे टीम

Paper Leak: झारखंड में कैसे लीक हुआ 10वीं का पेपर? जांच में खुलासा, अब मास्टरमाइंड के पीछे टीम

Paper Leak: झारखंड में कैसे लीक हुआ 10वीं का पेपर? जांच में खुलासा, अब मास्टरमाइंड के पीछे टीम

Class 10th Paper leaked: परीक्षा केंद्र पर चेकिंग की गई तो तीन छात्रों के पास लीक प्रश्नों के उत्तर पाए गए, जिसके बाद प्रशासन सतर्क हो गया. शिक्षा विभाग ने अब तक 8 से 10 परीक्षार्थियों से पूछताछ की, जिसमें यह स्पष्ट हुआ कि प्रश्न पत्र उन्हें व्हाट्सएप के माध्यम से मिला था.

Paper Leak: झारखंड में 10वीं (मैट्रिक) साइंस और हिंदी का पेपर लीक होने का मामला सामने आने के बाद पूरे राज्य में हलचल है. सबसे ज्यादा हलचल गढ़वा जिले में है क्योंकि लीक करने वाले व्यक्ति ने मेराल प्रखंड का पता दिया था. हालांकि, जांच के दौरान यह पता फर्जी निकला, लेकिन गोपीनाथ सिंह कॉलेज परीक्षा केंद्र पर पेपर लीक होने की पुष्टि हुई है. इस मामले में कोडरमा जिला से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

परीक्षार्थियों को व्हाट्सएप पर मिला था पेपर

जिला प्रशासन, शिक्षा विभाग और पुलिस विभाग इस मामले की जांच कर रहा है. जब परीक्षा केंद्र पर चेकिंग की गई तो तीन छात्रों के पास लीक प्रश्नों के उत्तर पाए गए, जिसके बाद प्रशासन सतर्क हो गया. शिक्षा विभाग ने अब तक 8 से 10 परीक्षार्थियों से पूछताछ की, जिसमें यह स्पष्ट हुआ कि प्रश्न पत्र उन्हें व्हाट्सएप के माध्यम से मिला था.

जांच टीम इस मामले पर विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर रही है और यह पता लगाने में जुटी है कि इस लीक का मास्टरमाइंड कौन था. कोडरमा जिला प्रशासन भी इस मामले में जिला शिक्षा विभाग के संपर्क में है.

कैसे हुआ खुलासा?

गोपीनाथ सिंह कॉलेज परीक्षा केंद्र के सीएस (सेंटर सुपरिंटेंडेंट) ने प्रशासन को सूचना दी कि फ्रिस्किंग के दौरान तीन छात्रों से नकल मिली. जब शिक्षकों ने नकल वाली इन चिट्स को देखा तो पाया कि इसमें खासतौर पर उन्हीं सवालों के उत्तर लिखे थे जो पेपर में पूछे गए हैं. सीएस और मजिस्ट्रेट को इस पर संदेह हुआ, तो उन्होंने तीनों छात्रों से अलग-अलग पूछताछ की. जांच में यह खुलासा हुआ कि उन्हें व्हाट्सएप के माध्यम से प्रश्न पत्र पहले से ही उपलब्ध करा दिया गया था. छात्रों ने प्रश्नों के उत्तर को चीटशीट के रूप में लिख लिया था और परीक्षा केंद्र में लाने की कोशिश की थी, लेकिन सतर्क टीम ने उन्हें प्रवेश से पहले ही पकड़ लिया.

मास्टरमाइंड की तलाश में जुटी जांच टीम

इस पूरे मामले की जानकारी उपायुक्त (डीसी) को दी गई, जिन्होंने जांच टीम का गठन करने का आदेश दिया. जांच दल ने परीक्षा केंद्र का निरीक्षण किया और परीक्षार्थियों से मोबाइल फोन की जांच कर पूछताछ की. शुरुआती जांच में 8 से 10 छात्रों के शामिल होने की बात सामने आई है, जिनसे अलग-अलग पूछताछ की गई.

प्रशासन का मुख्य उद्देश्य यह पता लगाना है कि प्रश्न पत्र लीक कहां से हुआ और इसके पीछे कौन लोग शामिल हैं. जांच टीम इस षड्यंत्र की गहराई तक जाने की कोशिश कर रही है, ताकि दोषियों को सजा दिलाई जा सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके.

दोनों विषयों की परीक्षा रद्द

बता दें कि झारखंड 10वीं हिंदी का पेपर 18 फरवरी को और साइंस का पेपर 20 फरवरी क के कुछ देर बाद ही साइंस थ्योरी का पेपर व्हॉट्सएप और सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इसक बाद 20 फरवरी का हिंदा का पपर भा वायरल हो गया. जांच के बाद जेएसी ने नोटिस जारी कर पहली शिफ्ट में हुई दोनों परीक्षाएं रद्द कर दीं. जेएसी द्वारा जारी नोटिस के अनुसार, विषयों का री-एग्जाम बाद में कराया जाएगा, जिसके लिए बोर्ड उचित समय पर सूचित करेगा.

पेपर लीक पर केंद्रीय मंत्री ने हेमंत सोरेन सरकार को घेरा

जेएसी पेपर लीक मामले में केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि सरकार के ही लोग प्रश्न पत्र लीक करते हैं. राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि झारखंड में चाहे प्रतियोगिता परीक्षा हो या 10वीं-12वीं के एग्जाम सभी परीक्षाओं का प्रश्न पत्र लीक हो जाता है. उन्होंने कहा कि झारखंड में बड़ी मेहनत से गरीब माता-पिता अपने बच्चों को पढ़ाते हैं, ऐसे में प्रश्न पत्र लिक हो जाने के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है.

केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा ने आगे कहा कि प्रश्न पत्र कोषागार में काफी गोपनीय तरीके से रखी जाती है, ऐसे में प्रश्न पत्र कैसे लीक होता है यह सोचने वाली बात है. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को पकड़ कर कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है. बता दें कि पेपर लीक मामले में जांच तेज हो गई है और स्कूल संचालक प्रशांत साव के अलावा पुलिस दो छात्रों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.

TOM, who has been making his mark with his lively, frank and solid writing for the last 6 years, is a resident of India. After completing BA (Prog) from Delhi University and MA in Political Science from IGNOU, he currently lives in India and is committed and dedicated to freelance writing. Ram is known for serious, combative and critical/review writing on a variety of topics including government jobs, private jobs, admit cards, results, government schemes, new policies and schemes of the government and is known for his frank writing despite being a victim of controversies many times.

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